पुदीना के फायदे | Mint Leaves in Hindi | Health Benefits of Mint Leaves

 पुदीना के फायदे

 Mint Leaves in Hindi

 Health Benefits of Mint    Leaves 





आज हम एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि के बारे में पढ़ेंगे जिसके बारे में प्रायः आप सभी लोग जानते होंगे | यह प्रायः पूरे भारतवर्ष में पाई जाती हैऔर प्रत्येक घर में इसका उपयोग किसी न किसी रूप में होता है| हम बात कर रहे हैं पुदीना जिसे मिंट कहा जाता है|

पुदीना एक बहुत ही सुगन्धित तथा उपयोगी पौधा होता है | यह प्रायः रेतीली जमीन परअधिक मात्रा में उगता है गर्मियों के मौसम में हम इसका विभिन्न तरीकों से प्रयोग करते हैं | 

ये हमारे भोजन कोबहुत ही सुगंधित स्वादिष्ट रुचिकर और गुणयुक्त बना देता है| औषधि के रूप में इसका व्यापक प्रयोग होता है | 

प्रायः भोजन चाय जूस चटनी आदि कई  प्रकार से प्रयोग किया जाता है |


पुदीना के गुणधर्म

Advantages of mint leaves


पुदीना में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसमें रोग प्रतिरोधक शक्ति उत्पन्न करने के अद्भुत क्षमता होती है | ये हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के पाचक रसों को उत्पन्न करता है | अजवाइन में पाए  जाने वाले सभी गुणइसके अंदर पाए जाते हैं|

 आयुर्वेद की मानेंतो यह बहुत ही स्वादिष्ट  रुचिकर सुपाच्य तीक्षण  कसैला वमनरोधक आप में हृदय के लिये लाभकारी , कफ से संबंधित रोगों को दूर करने वाला , पेट के कीड़ों को खत्म करने वाला  और बुखार में विशेष लाभकारी होता है|

यह पेट की अग्नि को बढ़ाने वाले , दस्त खांसी सांस से संबंधित रोग,  लो ब्लडप्रेशर,  मूत्र रोग, त्वचा रोग हैजा सर्दी जुखामआदि रोगों को दूर करता है|

पुदीना के बीजों से निकलने वाला तेलपीड़ा नाशक तथा कीटाणुनाशक होता हैइसके तेल की सुगंध से मच्छर दूर भागते हैं| 

आइए अब एक एक करके इसके औषधीय गुणों के बारे में जानते हैं|


पोदीना  के औषधि के रूप में प्रयोग

Use mint as a medicine


1- मलेरिया में प्रयोग 


पुदीना की पत्तीऔर तुलसी की पत्ती कोबराबर मात्रा में लेकरउनका काढ़ा बनाकरसुबह शाम पीने सेमलेरिया के बुखार सेविशेष फायदा मिलता है |

2- पेट की गैस में विशेष लाभकारी

पुदीना की आठ पत्तियाँतुलसी की छह पत्तियाँओर चार दाना काली मिर्चतथा एक छोटा टुकड़ा अदरक काइन सबकाकाला बनाकर पीते रहने सेपेट की गैस से छुटकारा मिल जाता है | या फिर पोदीना के रस की दो तीन बूंदेंएक चुटकी काला नमक डालकर पीने सेपेट की गैस और पेट मेंकीड़े दोनों नष्ट हो जाते हैं|

3-त्वचा में दाद में लाभकारी

अगर आपकी त्वचा में कहीं दाद हो गया हैऔर वो ठीक नहीं हो रहा हैतो पुदीना के रस मेंनींबू का रस मिलाकरदाद पर लगाने सेजल्द ही आराम मिलता है

4-जुकाम में लाभकारी 

पुदीना के रस की दो से तीन बूंदें नाक में डालने सेपुराना सर्दी जुकाम ठीक हो जाता है

5- उलटी में लाभकारी

 पुदीने के रस में  एक चम्मच नींबू का रसएक चम्मच अदरक का रसऔर एक चम्मच शहदमिलाकर पीने से उल्टी बंद हो जाती है |


6- मासिक धर्म में लाभकारी


मासिक धर्म के समय पर ना आनेअथवा कम या अधिक आने परयह वायु एवं कफ दोष  के कारण बंद हो जाने परपोदीने के काढ़े मेंगुण तथा चुटकी भर हींग डालकरपीने से लाभ होता है कमर के दर्द को भी यह दूर कर देता है 

7-पेट दर्द में लाभकारी

पुदीने के रसतथा उतनी ही मात्रा में अदरक के रस मेंथोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकरपीने से पेट दर्द ठीक हो जाता है | सूखे हुए पोदीने के चूर्ण मेंअगर मिसरी मिलाकरसुबह शाम चूर्ण का सेवन करेंगेतो पेट का दर्द जल्द ही ठीक हो जाता है|

8-आंतों के रोगों में लाभकारी

पुदीने के रस में नींबू का रसएवं उतना ही अदरक का रसलेक र काला नमक मिलाकरकुछ दिनों तक लगातार पीने सेआंतों के समस्त रोगदूर हो जाते हैं |

9- हिचकी में लाभकारी

अगर आपको अत्यधिक हिचकी आ रही हैतो पोदीने के पत्तों कोनींबू के रस के साथखाने से हिचकी बंद हो जाती है | 

10- खट्टी डकार एवं जी मिचलाना

खट्टी डकार और जी मिचलाने में पुदीना का अर्क विशेष फायदेमंद होता हैपुदीने के अर्क को पानी के साथलेना चाहिए यह अर्क आपकोबाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है |

11-पित्ती उछलने में

पित्ती उछलने मेंपोदीना को 10 ग्रामओर 20 ग्राम गुड़पानी में पका कर ठंडा कर लेइस कार्य को रोगी को छानकर पीला देजल्द ही आराम मिलता है |

12-मुँह की दुर्गंध ठीक करने में

अगर आपके मुँह से बदबू आती हैतो पुदीना के रस कोपानी में मिलाकरउससे सुबह शाम कुल्ला करना चाहिएजिससे आपके मुँह से दुर्गंध भी नहीं आएगीओर दांतों में जितनी भी बैक्टीरिया होंगे वो सभी भी मर जाएं


अन्य विशेष लाभ


1-  गर्मियों के दिनों मेंप्रायः देखा जाता हैकी व्यक्तियों को दो प्रकार की रोग अधिक लगते हैंएक पेट से संबंधित और दूसरा लू लग जानादोनों ही रोगों में पुदीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता हैअगर आपको पेट से संबंधित रोग हैतो पुदीने की कुछ बूंदेंचीनी के साथ देने से तुरंत आराम मिलता है | जब किसी को लू लग जाती हैतो रोगी को तेज बुखार आता हैऔर उसकी नाडी बहुत तेज हो जाती हैऔर श्वास की गति धीमी हो जाती है इस स्थिति में रोगी बेहोश हो जाते हैंऐसी स्थिति में रोगी को ठंडेऔर हवादार स्थान परलिटल देना चाहिएसिर पर बर्फ़ या ठंडे पानी की पट्टी रखनी चाहिए | 

दो कच्चे आमों को पहले भून लें और भुनने के बाद उबालकर छिलके सहित थोड़े से ठंडी पानी में अच्छी तरह मसल देउसमें पुदीना के पत्ते जीरा हींग तथा काले नमक सेमिलाकर बनायी गयी चटनीमिला दे थोड़ी थोड़ी देर में रोगी को देते रहेंजल्द आराम मिलता है |




Lauki (Bottle Gourd) Benefits and Disadvantages | लौकी के फायदे और नुकसान | Lauki (Bottle Gourd) in hindi | Health benefits of Lauki (Bottle Gourd)

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.