मूंग दाल के फायदे | Benefits of Green Gram dal

मूंग दाल के फायदे | Benefits of Green Gram dal



 आज हम आपको इस ब्लॉग के जरियेबताएंगे एक ऐसे अनाज के बारे मेंजिसको हम दाल के रूप मेंअधिकांशतया प्रयोग करते हैंजी हाँ हम बात कर रहे हैं मूंग कीआप सभी ने मूंग के बारे में बहुत अच्छे से सोना होगाऔर सब लोग भलीभाँति इससे परिचित होंगे मूंग को सभी प्रकार की दालों का या फिर किसी भी प्रकार के रसों का श्रेष्ठ माना जाता हैभारत देश की बात करेंतो अधिकांशतया सभी हिस्सों मेंसभी जगहों पर इस मूंग की दाल का सेवन किया जाता हैमूंग की फसल के बारे में बात करेंतो साल में दो बार इसकी फसल उगाई जाती | खरीफ तथा जायद में इसकी फसल ली जाती है | 
अगर इसके रंग की बात करेंतो मूंग दो रंगों में पाई जाती हैएक काले रंग की और एक हरे रंग कीहरे रंग की मूंग कोउत्तम माना जाता है |
दाल के अतिरिक्तइसको अन्य प्रकार से हीप्रयोग में लाया जाता है विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं जैसे मूंग की दाल की भरीमूंग की दाल के पापड़ इन सबको बनाकर रखा जाता हैबहुत से लोग मूंग की दाल के लड्डू को भी बना लेते हैंजो बड़े स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैंपेट में समस्या ग्रस्त रोगियों को मूंग की दाल की खिचड़ी का सेवन कराया जाता हैक्योंकि मूंग की दाल की खिचड़ी सुपाच्य होती है |


मूंग के गुणधर्म


मूंग की प्रकृति की बात करेंतो मूंग काफी हल्की होती हैशीतल होती हैमधुर तथा रूखी होती हैमूव बात कारक होती है| इसका उपयोग पीलिया चर्म रोग में ज्वर में आग से जलने मेंआदि अनेक प्रकार की रोगों से किया जाता हैइसमें बहुत प्रकार के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं |


मूंग दाल के औषधीय उपयोग


1-कब्ज में विशेष लाभप्रद


अगर किसी व्यक्ति कोपुरानी से पुरानी कब्ज की शिकायत हैतो उसको साबुत मूंग की दाल कोपानी में भिगोकर रख देना चाहिएऔर 48 घंटों के बादजब उस दाल मेंअंकुर फूटने लगेतो उस दाल का50 ग्राम भाग कोदांतों से खूब चबाकरप्रातःकाल खाना चाहिए और  ऊपर सेथोड़ा दूध पी लेना चाहिएपुरानी से पुरानी कब्जथोड़े ही दिनों में समाप्त हो जाती है | 

कब्ज की शिकायत मेंमूंग की दाल के साथ साथछाछ का भी प्रयोग करना चाहिए इस से भी कब्ज में जल्द ही राहत मिलती है |


2-धातु दुर्बलता


धातु दुर्बलता मेंमूंग की दाल के लड्डू कोएक ग्राम तुलसी के बीज केसाथ खाने से धातु दुर्बलता दूर हो जाती है


3-अफरा


 अफरा के रोगियों को मूंग की दाल पकाकरउसके पके हुए पानी कोआधा कप लेना हैऔर उस आधे का पानी में चार बूंदपुदीना अर्क की डालकरमिला लें इसका सेवन प्रातः और सायंकरें विशेष लाभ होता है


4-दस्त में लाभकारी


अगर किसी को दस्त लग जाते हैंतो मूंग की दाल कोरात में पानी को में भिगोकर रख देंऔर प्रातः कोइस पानी को छान लेंतथा इस पानी मेंदो दो चुटकी नमक जीरा सोंठ लोंग तथा अनारदानामिला लें और दिन में दो बार इसका सेवन करेंजल्द लाभ प्राप्त होता है | 


5-पेट के कीड़े खत्म करने में


पकी हुई मूंग की दाल केठंडे पानी मेंअगर चार चम्मच पपीते का रस मिलाया जाएऔर इसका सेवन किया जाएतो पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैंइससे भी अगर लाभ प्राप्त नहीं हो रहा हैतो एक कप मूंग की पकी दाल के साथतीन चार चम्मच ताजा करेले का रस मिला देंऔर इसका सेवन करेंशीघ्र ही पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं |


6-मंदागिनी में


 100 ग्राम मूंग की दालरात को पानी में भिगो के रख देरात आउट कर उस मूंग की दाल को खूब चबाकर खाएंऔर पानी पी लेंइससे मंदागिनी में लाभ मिलता


7-सुन्नपन में


 रात में मूंग की दाल को पानी में भिगोकर रख देंशोभा पानी को निथार लेंऔर शरीर के जीस भाग में सुन्नपन हैउस पानी से शरीर को धोएँ या लगाए इसे लगाते रहने से सुन्नता दूर हो जाती है |


8-मुँह से दुर्गंध आना


मूंग की दाल में जावित्री तथा तुलसीमिलाकर पीस लेइसका पेस्ट बना लेंऔर सुबह शाम इस पेस्ट सेथोड़े समय तक खुला करें मुँह से दुर्गंध आना बंद हो जाती है |


9-साधारण बुखार में


 मूंग की दाल के अंकुरित बीजों को खाने से साधारण बुखार में भी लाभ प्राप्त होता है


10-मलेरिया में लाभकारी


अगर किसी को मलेरिया हो जाएतो सूखी मूंग की दाल का चूर्ण लेंउस चुनाव में एक चम्मच पिसा जीराथोड़ा सा कपूरइन तीनों को लेकर गुड़ के साथ मिला लेंओर बेर के आकार की गोलियां बना लेंसुबह शाम इन गोलियों का सेवन करने सेमलेरिया में लाभ प्राप्त होता है |




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